कैश में लेन-देन एक कॉमन प्रैक्टिस हैं। खासतौर पर यदि घर में किसी या दोस्तों को पैसा देना या लेना हो तो लोग कैश देने में ज्यादा सोचते भी नहीं हैं। लेकिन अब ऐसा करना आपके लिए मुसीबत खड़ी कर सकता हैं। जी, हां इनकम टैक्स रूल के मुताबिक यदि आप कैश में बड़ी राशि का लेनदेन करते हैं, तो इस पर आपको उतना ही फाइन भी भरना होगा।
कैश ट्रांसजेक्शन को लेकर आयकर विभाग का नियम क्या कहता है? कैश में लेनदेन की लिमिट कितनी है? कितना जुर्माना लगेगा? टैक्स से बचने के लिए क्या करें? इन सभी सवालों के जवाब यहां इस लेख में आप आसान भाषा में समझ सकते हैं-
कैश ट्रांसजेक्शन पर इनकम टैक्स का रूल
इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 271DD के मुताबिक, आप कैश में बड़ी राशि का लेन-देन नहीं करते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप शक के घेरे में आ सकते हैं। इतना ही नहीं ऐसा करते पाए जाने पर आप पर उतना ही जुर्माना लग सकता है जितना आपने कैश में लिया या दिया हैं। टैक्स डिपार्टमेंट ने एक ब्रोशर में कैश ट्रांजेक्शन न करने की बात कही कई हैं।
कैश में लेनदेन की लिमिट
इनकम टैक्स एक्ट, 1961 का सेक्शन 269SS के तहत आप कैश में किसी को भी 20,000 से ज्यादा रुपए न तो दे सकते हैं और न ही ले सकते हैं। ये नियम दोस्त और रिश्तेदारों के साथ लेनदेन पर भी लागू होता हैं। इस नियम का पालन न करने पर सेक्शन 271DD तहत आप पर जुर्माना लगाया जा सकता हैं। यानी कि यदि आप किसी को या किसी से 25000 रुपए का लेनदेन करते हैं तो आपको आयकर विभाग को भी 25000 का जुर्माना देना होगा।
टैक्स से बचने के लिए क्या करें?
यदि आपको किसी से पैसों का लेनदेन करना है, तो इसके लिए इसे सिर्फ अकाउंट पेयी चेक, अकाउंट पेयी बैंक ड्राफ्ट या इलेक्ट्रॉनिक मोड जैसे NEFT, RTGS, UPI आदि का इस्तेमाल करें।
इन केस में नहीं लागू ये नियम
- कोई बैंक, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स बैंक या को-ऑपरेटिव बैंक (लेकिन सभी को-ऑपरेटिव सोसाइटी नहीं, चाहे वो बैंकिंग या उससे जुड़ी गतिविधियों में शामिल हों या न हों।)
• कोई ऐसा निगम जो सेंट्रल, स्टेट या प्रोविंशियल एक्ट के तहत बना हो।
• कंपनी एक्ट, 2013 के सेक्शन 2(45) में बताई गई कोई सरकारी कंपनी।
• कोई नोटिफाइड संस्थान, एसोसिएशन या बॉडी (या संस्थानों, एसोसिएशनों या बॉडी का समूह।)
• ये नियम तब भी लागू नहीं होते, जब देने वाला और लेने वाला दोनों ही कृषि से कमाई कर रहे हों।
सेक्शन 269ST
इस सेक्शन के तहत आप किस व्यक्ति से एक दिन में एक बार में 2 लाख रुपए कैश का पेमेंट नहीं ले सकते हैं। ये नियम बड़े कैश डील को रोकने के लिए बनाया गया हैं। इसके लिए चेक, ड्राफ्ट या डिजिटल पेमेंट मोड का इस्तेमाल करें. वरना इतनी ही राशि आपको जुर्माने के तौर पर देनी पड़ेगी।